Background of PUSHKAR RAJ THAKUR

Background of PUSHKAR RAJ THAKUR

नमस्कार दोस्तों, आज हम जानेंगे एक ऐसे व्यक्ति को जिन्होंने 17 साल की उम्र में पैसा कमाना शुरू किया और 23 साल की उम्र में करोड़पती बन गये । तो चलिए जानते हैं आगे की इन्होंने किया कैसे और पहुंचा कैसे इस मुकाम तक ।
पुष्कर जी कहते हैं कि जब वह 9th class में थे तो उनके चाचा बोले थे कि बेटा तु न पर्सनल development के बारे सीखा कर. और फिर क्या था पुष्कर जी खोजने लगे वैसे लोगों को जो उसे personal development के बारे में बता सके। वह वैसे गुरुओं को खोजते रहे और सिखते रहे, इसी बीच एक ऐसे व्यक्ति से मुलाकात हुई जो MLM करता था उसने MLM के बारे में बताया और एक दिन एक मीटिंग में बुलाया। पुष्कर जी उस मीटिंग में गए और सुनने लगे वहां के लोगों के बारे में पुष्कर जी को तो लग रहा था मानो किसी दूसरी दुनिया में आ गए हों,, वहां जो लोग थे स्टेज में जा जा कर बोल रहे थे कि मैं महीने का 4 से 5 लाख रुपये कमाता हूँ। वो भी आम आदमी , उस दिन वह ये भी सिखा की पैसा क्या होता है उस दिन से उसका दिमाग खुल गया और वह बड़े - बड़े सोंचने लगे । वह वहां जुड़े नहीं और जुड़ता भी कैसे क्योकि वह उस वक्त 18 साल का भी नहीं था । पर हां,, वह इस मीटिंग में हर रविवार आया करता था और बहुत कुछ सिखा करता था उसे लगता था कि यह एक ऐसी जगह है जहां उसे रहना ही चाहिए और 3 घंटे का मीटिंग वह सुन कर ही घर जाता था । इस तरह वह बहुत कुछ सीखने लगा था और वह बाकी बच्चो से अपने आप को अलग मनता था।
सभी बच्चे बोला करते थे कि मुझे ये बनना है मुझे वो बनना है पर इसका फोकस साफ था कि इसे नौकरी नहीं करना है इसे कुछ बड़ा करना है
धीरे धीरे 12th तक पहुंच गया और 12th का अन्तिम परीक्षा देने वाला था तो उसने रात को ही सोचना शुरू कर दिया कि 12th के बाद क्या करना चाहिए । उसने सोचा कि home tution पढ़ाया जाए। पर दिक्कत ये थी कि वह 12th पास नहीं है और उम्र भी 17 साल। ऐसे में कौन उसके पास tution पढ़ने जाएगा, पर उसे खुद के ऊपर बहुत भरोसा था कि वह ये कम कर सकता है । पर उसने सोचा कि home tution में नहीं आएंगे तो क्या हुआ । मैं एक institute खोलूंगा,, पर यहां और एक दिक्कत थी कि उनके पापा चाहते थे कि उनका बेटा इंजीनियर बने। तो उसने अपने पिता के पास जा कर बोला कि मुझे इंजीनियर नहीं बनना है तो पिता जी बोले कि इंजीनियर नहीं बनना है तो मत बनो पर इंजीनियर पढने के बाद IS का नौकरी तो कर ही सकता है । अगर तु IS का नौकरी करेगा तो तेरे पास नौकर चाकर होगा, बांग्ला होगा तेरे गाड़ी के ऊपर लाल बत्ती जलेगी तो पुष्कर जी बोलते हैं कि पापा मैंने कभी भी फरारी के ऊपर लाल बत्ती जलते नहीं देखा है,, ये बात सुन कर उनके पापा सौक रह गए। फिर उनके पापा पूछे कि तू करना क्या चाहता है तो पुष्कर जी बोले कि बिजनेस करना चाहता हूं । तो पापा बोले कि ठीक है हमारे family बिजनेस में आ जाओ,। उस वक्त उनके पापा का ज्वेलरी का बिजनेस था। लेकिन उसे भी वह ना कर दिया, तो पापा बोले कि आखिर तुम करना क्या चाहते हो,, तो उन्होंने कहा कि मुझे एक institute खोलना है तो पापा बोले कि तेरे पास कौन आएगा और ये तु कैसे करेगा। तो उसने बताया कि एक institute खोलने के लिए क्या - क्या करना पड़ेगा, तो किसी तरह उनके पापा बोले कि ठीक है देखते हैं कि होता क्या है ?
उन्हें एक ऐसा institute मिला जो पहले से चल रही थी और वह बंद भी होने वाली थी और सही मौके पर इनको ये institute मिल गई उस institute को लोग जानते भी थे तो ज्यादा दिक्कत भी नहीं हुई,। शुरू में बहुत कम बच्चे आने लगे 20 से 25 बच्चे, फिर धीरे धीरे और भी बच्चे आने लगे। ऐसे ही उन्होंने और 2 से 3 institute खोल दिया और एक institute से लगभग 50 हजार से अधिक कमाते थे । और इसी तरह वह 17 साल की उम्र में 2 लाख से भी ज्यादा कमाते थे। इसी तरह वह दुसरो के institute में भी पढ़ाने जाते थे लेकिन अचानक एक दिन उसे किसी काम वजह से वह दूसरे institute में पढ़ाने जा नहीं सका,, तो महीने के अंत में सभी को अपना अपना salary दिया जाता है तो पुष्कर जी को बोला गया कि तू एक दिन नहीं आया था तो तुम्हारी एक दिन की सैलरी काट दिया जाता है तो उस दिन वह जाना कि एक जॉब करता व्यक्ति को कैसा लगता होगा जब उसकी एक दिन की salary काट दिया जाता है।
4 साल तक ऐसा ही चलता रहा । फिर एक दिन एक Business plan बनाया और एक ऐसे व्यक्ति से सलाह लेने निकला जो business के बारे में बहुत जानता हो और उसे एक ऐसे व्यक्ति मिले जो Network marketing करते थे। और उस वक्त पहुंचे जब उनका मीटिंग चल रहा था , फिर भी उस व्यक्ति ने इन्कार नहीं किया। वह कहीं अलग जा कर पुष्कर जी का business plan 3 घंटे तक सुना फिर अंत में उस plan से 2 गलतियाँ निकाली और बताया कि इस बिजनेस में ये ये ग़लती है फिर वह व्यक्ति पुष्कर जी को अपने स्टेज में ले गया और परिचय कराया फिर पुष्कर जी को आमन्त्रित किया कुछ बोलने के लिए और ऐसे ही कुछ अपने बारे बताया जो पुछा गया उसके बारे और लोगों को थोड़ा motivate भी किया और उसके लिए ताली भी बजी और अंत में उस व्यक्ति ने पुष्कर की तारीफ़ भी की बोला कि तुम बहुत अच्छे बोलते हो ये सून कर वह बहुत खुश हुआ फिर और मीटिंग में आने लगा और लोगों को motivate करता था और उसके लिए ताली बजती थी ऐसे ही वह धीरे धीरे नेटवर्क मार्केटिंग की तरफ खिंचे चले आए और बाद में जुड़ भी गये. पर जब जुड़े तो तीसरा महीने तक कुछ भी इनकाम नहीं आया। तो उसने अपने leader से पूछा कि मुझे महीने का इतना इनकाम लेना है तो वे बोले कि हम इतने इनकाम आज तक नहीं लिऐ हैं तो तुम कैसे लोगे तो पुष्कर जी मन ही मन सोचे कि ये मेरे सवाल का जवाब नहीं है तो वह एक ऐसे व्यक्ति के खोज में थे जो उसका सवालों का जवाब दे सके फिर एक दिन उसे वैसा व्यक्ति खोज भी लिया और सिखा की लोगों से कैसे बात की जाती है। उन्होंने पुष्कर जी को हर एक चीज सिखाई और वह 2 महीना में सीख भी गया और जॉइनिंग के 5 महीने बाद वह महीने का 1 लाख से ज्यादा कमाने शुरू कर दिया फिर 1 से 2 से..... 3......4........5 होता चला गया और एक दिन वह उस कंपनी का टॉप लिस्ट में पहुंच गया और आज भी top में है तो आप भी Network marketing करना चाहते हैं तो एक अच्छा कंपनी देखिए और शुरू किजिये.

ये टोफिक कैसे लगा comment किजिये और ये भी बताएं कि अगली टोफिक किसके बारे लिखे 

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